डोनाल्ड ट्रंप वापस सुर्खियों में हैं और उनका हर बयान एक नई बहस को जन्म दे रहा है। चाहे वह ब्रिक्स देशों पर 100% टैरिफ लगाने की धमकी हो, या कनाडा को 51वां राज्य बनाने की विवादास्पद टिप्पणी – ट्रंप का अंदाज़ हमेशा से ही बड़ा, बोल्ड और बेमिसाल रहा है। लेकिन सवाल ये है कि उनकी इस आक्रामक राजनीति का असर दुनिया पर कैसा होगा?
Trump की धमकी
BRICS Countries के खिलाफ ट्रंप का नया दांव
ब्रिक्स (ब्राजील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका) अब सिर्फ नामभर का गठजोड़ नहीं रहा। इन देशों ने अपनी खुद की मुद्रा बनाने की योजना पर काम शुरू कर दिया है, और यही बात ट्रंप को चुभ रही है। उन्होंने साफ शब्दों में चेतावनी दी,
“अगर ब्रिक्स देश अपनी मुद्रा बनाते हैं, तो अमेरिका उनके खिलाफ सबसे कठोर टैरिफ लगाएगा।”
यह कदम सिर्फ धमकी नहीं, बल्कि एक संकेत है कि अमेरिका को अपने प्रभुत्व के कम होने का डर सता रहा है।
Canada: दोस्त से दुश्मन?
अब बात करते हैं कनाडा की। ट्रंप और कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के बीच मुलाकात की कोशिशों का अंजाम बहुत दिलचस्प रहा। ट्रूडो ट्रंप से मिलने गए, लेकिन ट्रंप ने ऐसा बयान दिया जो शायद कनाडाई इतिहास में सबसे अपमानजनक होगा। उन्होंने कहा,
“कनाडा को 51वां राज्य बना लेना चाहिए।”
यह मजाक था या गंभीर धमकी? कोई नहीं जानता। लेकिन इसने अमेरिका-कनाडा के रिश्तों में दरार डाल दी है।
अमेरिकी नीतियों का असर: “मेक इन अमेरिका” का डंका
ट्रंप की “मेक इन अमेरिका” नीति एक बार फिर जोर पकड़ रही है।
- विदेशी उत्पादों पर भारी टैक्स लगाने की संभावना है, जो चीन, मेक्सिको और कनाडा जैसे देशों के लिए खतरा बन सकता है।
- इनकम टैक्स में छूट और शेयर बाजार की तेजी से अमेरिकी नागरिक खुश हैं, लेकिन विशेषज्ञ इसे एक संभावित आर्थिक बबल मान रहे हैं।
क्या ये नीतियां अमेरिका को मजबूत बनाएंगी या महंगाई को बढ़ावा देंगी, ये समय बताएगा।
रूस और चीन का गेम प्लान
जब अमेरिका का रवैया सख्त हो, तो रूस और चीन हमेशा तैयार रहते हैं।
- रूस ने प्रतिबंधों के बावजूद अपनी अर्थव्यवस्था को ऊर्जा निर्यात और नए बाजारों की खोज से मजबूत किया है।
- चीन ने हाल ही में भारी मात्रा में सोने की खरीदारी की है। उनका लक्ष्य? डॉलर पर निर्भरता कम करना।
चीन का यह कदम वैश्विक अर्थव्यवस्था को हिलाने के लिए पर्याप्त है।
भारत का स्मार्ट मूव: यूपीआई और गोल्ड रिजर्व
भारत भी ट्रंप के संभावित कदमों के लिए तैयार है।
- भारत ने स्विफ्ट सिस्टम का विकल्प तैयार करने के लिए अपने डिजिटल पेमेंट प्लेटफॉर्म यूपीआई को मजबूत किया है।
- साथ ही, इंग्लैंड से अपना गोल्ड रिजर्व वापस मंगा लिया है। यह कदम दिखाता है कि भारत किसी भी आर्थिक संकट का सामना करने के लिए तैयार है।
मेक्सिको-अमेरिका संबंधों की नई कहानी
मेक्सिको और अमेरिका के बीच व्यापारिक साझेदारी मजबूत है, लेकिन ट्रंप की 25% टैरिफ की धमकी ने इन संबंधों को हिला दिया है।
- मेक्सिको से आने वाली सस्ती लेबर अमेरिका की अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण है।
- लेकिन ट्रंप का रुख इसे कमजोर कर सकता है।
तो अब आगे क्या?
ट्रंप की नीतियां और धमकियां केवल अमेरिका ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के लिए चिंता का विषय बन चुकी हैं।
- क्या ब्रिक्स अपनी नई मुद्रा बना पाएगा?
- क्या कनाडा और अमेरिका के रिश्ते और खराब होंगे?
- और क्या ट्रंप की “मेक इन अमेरिका” नीति से वैश्विक बाजार में नया संकट खड़ा होगा?
दुनिया ट्रंप की अगली चाल का इंतजार कर रही है। और एक बात तो तय है – ट्रंप जो भी करेंगे, वह सिर्फ अमेरिका नहीं, बल्कि पूरे विश्व के लिए बड़ी खबर बनेगा।
आपका क्या सोचना है? क्या ट्रंप का आक्रामक अंदाज़ सही है या दुनिया को नए संकट में डाल रहा है? अपने विचार शेयर करें!